BSA ( बेसिक शिक्षा अधिकारी ) ने बड़ी कार्यवाही करते हुए प्रधानाध्यापकों व प्रभारी प्रधानाध्यापकों का वेतन अवरुद्ध किया
बलिया: बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बुधवार को जनपद के 340 प्रधानाध्यापकों व प्रभारी प्रधानाध्यापकों का वेतन बाधित कर दिया। बीएसए की इस बड़ी कार्रवाई से विभागीय गलियारे में हड़कंप मच गया है।कार्रवाई की जद में नवानगर व रसड़ा में सर्वाधिक 50-50 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक आए हैं। इनके अलावा बैरिया के दस, नगर क्षेत्र में छह, बांसडीह में चार, बेलहरी में सात, बेरूआरबारी में 15, चिलकहर में आठ, दुबहड़ में 30, गड़वार में 33, हनुमानगंज में आठ, मनियर में 10, मुरलीछपरा में 20, नगरा में 13, पंदह में 21, रेवती में 21, सीयर में 17 व सोहांव में 17 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों पर यह कार्रवाई हुई है।
उल्लेखनीय है कि यू डायस प्लस पर विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के डाटा एंट्री का काम गतिमान है। इसके लिए विभाग की ओर से समय से कार्य पूर्ण करने का निर्देश भी जारी किया जा रहा था। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के जनपद में संभावित दौरे को लेकर फिलहाल विभागीय गलियारे में हड़कंप मच हुआ है। आलम यह है कि ईद व रविवार को बीएसए ने सार्वजनिक अवकाश निरस्त रखते हुए कार्यालय खुला रखा। माना जा रहा है कि कार्यों के समय से निपटारे के लिए BSA ने कार्रवाई का यह चाबुक चलाया है
सोशल मीडिया पर चल रहीं प्रतिक्रियाएं
बीएसए की कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया, खासकर विभागीय ग्रुप में शिक्षकों की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है। कुछ प्रधानाध्यापकों का कहना है कि विद्यालय के कार्यों के समय से पूर्ण नहीं होने का जिम्मेदार केवल प्रधानाध्यापक को ही क्यों माना जाय? वहीं कुछ शिक्षकों का कहना है कि नामांकन पखवारा और डीबीटी का काम अभी चल ही रहा है। ऐसे में यू डायस पोर्टल की भी जिम्मेदारी है। सभी विद्यालयों पर शिक्षक व छात्र अनुपात भी भिन्न-भिन्न है। साथ ही कुछ ऐसे अध्यापक भी हैं जो ऑनलाइन डाटा एंट्री में पारंगत नहीं हैं।
यू डायस पर डॉटा एंट्री 25 प्रतिशत से भी कम होने के कारण 340 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका गया है।
मनिराम सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी BSA