प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर 20 साल तक नौकरी करने के बाद बर्खास्त, जाने क्या था मामला
हाइस्कूल फेल ने 20 साल तक कि शिक्षक की नौकरी ,साल भर से स्कूल से गायब जांच करके बर्खास्त कर दिया गया
राजकीय प्राथमिक विद्यालय चीकाघाट में तैनात रहा हेडमास्टर मुकेश कुमार हाईस्कूल में फेल था। हाईस्कूल फेल होने के कारण उसका इंटर का परीक्षाफल रोक दिया गया था। इसके बाद उसने कूटरचना से फर्जी प्रमाणपत्र बना लिए। यूपी निवासी मुकेश कुमार 20 वर्षों तक सितारगंज के विभिन्न विद्यालयों में छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करता रहा। शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच हुई तो वे फर्जी निकले। आरोपी बर्खास्त प्रधानाचार्य का सेवा पुस्तिका में यूपी का लिखा पता भी सही नहीं निकला। वहां से रजिस्टर्ड पत्र वापस भेज दिए गए। डिप्टी बीईओ की तहरीर पर पुलिस ने बर्खास्त प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया
राजकीय प्राथमिक विद्यालय चीकाघाट में तैनात रहा हेडमास्टर मुकेश कुमार हाईस्कूल में फेल था। हाईस्कूल फेल होने के कारण उसका इंटर का परीक्षाफल रोक दिया गया था। इसके बाद उसने कूटरचना से फर्जी प्रमाणपत्र बना लिए। यूपी निवासी मुकेश कुमार 20 वर्षों तक सितारगंज के विभिन्न विद्यालयों में छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करता रहा। शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच हुई तो वे फर्जी निकले। आरोपी बर्खास्त प्रधानाचार्य का सेवा पुस्तिका में यूपी का लिखा पता भी सही नहीं निकला। वहां से रजिस्टर्ड पत्र वापस भेज दिए गए। डिप्टी बीईओ की तहरीर पर पुलिस ने बर्खास्त प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।डिप्टी बीईओ सुषमा गौरव ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा है कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय चीकाघाट में प्रधानाचार्य पद पर तैनात मुकेश कुमार को छह जनवरी को बर्खास्त कर दिया गया था। जांच के दौरान कूटरचित हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट प्रमाणपत्र व अंकपत्र के आधार पर शिक्षा विभाग में नियुक्ति प्राप्त करने के आरोप की पुष्टि हुई थी। मुकेश छह फरवरी 2022 से अनुपस्थित चल रहा था। निरंतर अनुपस्थित रहने के कारण उसकी सेवा पुस्तिका में अंकित ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद के पते पर नोटिस भेजा गया, लेकिन नोटिस वापस आ गया। दोबारा सितारगंज के पते पर नोटिस भेजा, वह भी वापस आ गया। इसके बाद मुकेश कुमार के हाईस्कूल के अंकपत्र, प्रमाणपत्र जांच के लिए बरेली भेजे गए। बरेली ने जांच में उसको हाईस्कूल में अनुत्तीर्ण दर्शाया है। इसके बाद डिप्टी बीईओ ने जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी। इस पर डीईओ ने मुकेश कुमार को बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए