रेपो रेट में फिर बढ़ोतरी महंगा होगा कर्ज,
नई. दिल्ली: आरबीआइ !ने बुधवार को रेपो रेट में फिर से 0.25 प्रतिशत बढ़ोतरी का. एलान किया। इससे देश में रेपो रेट की दर बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गई है। मई 2022 के बाद से रेपो. रेट में कुल 2.50 प्रतिशत (250 आधार अंकों ) ' की वृद्धि हो चुकी है। इससे देश में सस्ते कर्ज का दौर समाप्त हो चुका है। पिछले वर्ष होम.लोन की औसत दर 7.50 प्रतिशत थी जो अब 8.50से नौ प्रतिशत तक हो चुकी है। दूसरे अन्य कर्ज भी महंगे हुए हैं। तीन दिनों तक 'छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति. . (एमपीसी-मौद्रिक नीति तय. करने. वाली समिति) की .बैठक के बाद समितिके अध्यक्ष आरबीआइ गवर्नर डा. शक्तिकांत दास ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में भींरेपो रेट और बढ़ाया जा सकता. है। उल्लेखनीय तथ्य यह है कि महंगाई की चुभन पहले से कम हुई है। दिसंबर 2022 में खुदरा महंगाई की दर 5.72 प्रतिशत थी. जो' अप्रैल 2022 में 8.09 प्रतिशत पर थी। वर्ष 2022.23 के लिए महंगाई दर के लक्ष्य को 6.7 प्रतिशत से घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दियां है। केंद्रीय बैंक का मानना है कि महंगाई दर चार प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी“्चाहिए। ऐसे में अप्रैल 2023 की मौद्रिक नीति समीक्षा में भी रेपो रेट में एक और वृद्धि संभव दिख रही है। अप्रैल 2022 में रेपो' रेट के चार. प्रतिशत होने से लेकर बुधवार की वृद्धि से पहले रेपो रेट 6.25 प्रतिशत थी। इन नौ महीनों में 20 साल के होम लोन पर प्रति लाख मासिक किस्त में औसतन 40 रुपये से लेकर १60 रुपये की . बढ़ोतरी हुई है। आरबीआइ के आंकड़ों के मुताबिक भारत में औसत होम लोन का' आकार 20 लाख रुपये है। इस आधार पर मासिक किस्त के तौर पर कम से कम 2,800 रुपये का अतिरिक्त बोझ आ गया है। अगर आटो लोन पांच वर्ष है तो मसिंक किस्त पर 97 रुपये प्रति लाख का * बोझ पड़ेगा। तांजा 0.25 प्रतिशत की वृद्धि के बाद यह बोझ और -बढ़ेगा। दूसरे कर्ज भी इसी तरह से महंगे होंगे