Rainfall Alert:अगले 72 घंटों तक होगी मूसलाधार बारिश, दिल्ली-NCR के लिए जारी हुई ये चेतावनी
इन राज्यों में संभलकर!
हिमाचल प्रदेश में 30 अप्रैल से लेकर दो मई के बीच ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं उत्तराखंड में भी अगले 4 दिन तक बर्फबारी और कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि होने का अनुमान लगया गया है। वहीं दिल्ली, पश्चिमी यूपी, हरियाणा और पंजाब में भी ओलावृष्टि होने की संभावना है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक मई को ओले गिर सकते हैं। जबकि जम्मू डिविजन और हिमाचल प्रदेश में एक और दो मई को भारी बारिश होगी। वहीं राजस्थान में 2 से 3 मई के बीच धूल भरी आंधी चल सकती है।
मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक अगले 72 घंटों में मध्य प्रदेश और विदर्भ में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। इस दौरान तेज हवाएं चलने का अनुमान है। वहीं, छत्तीसगढ़ में एक और दो मई को भारी बारिश होगी। तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, इंटीरियर कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और केरल में भी अगले 4 दिनों के दौरान आंधी तूफान व बारिश का अलर्ट है। वहीं पूर्वी भारत के विभिन्न राज्यों में भी अगले कुछ दिनों के दौरान बारिश होती रहेगी। इस सिलसिले में ओडिशा, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में 30 अप्रैल से एक मई तक लगातार बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं नॉर्थ-ईस्ट में 2 मई तक अधिकरकर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक मौजूदा मौसम पर एंटी-साइक्लोन, गर्त या सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर देखने को मिल रहा है। जिसके चलते देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम सुहाना बना हुआ है। मौसम का ये हाल आगे आने वाले कुछ दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा।
देशभर के मौसम का हाल
मौसम मेहरबान क्यों?
मौसम विभाग के मुताबिक मौजूदा मौसम पर एंटी-साइक्लोन, गर्त या सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर देखने को मिल रहा है। जिसके चलते देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम सुहाना बना हुआ है। मौसम का ये हाल आगे आने वाले कुछ दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा।
IMD के मुताबिक आने वाले दो से तीन दिन तक गर्मी से राहत रहेगी। मौसम विभाग ने बताया था कि उत्तर-पूर्वी राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में वेस्टर्न डिस्टरबेंस बना है और सेंट्रल MP में चक्रवाती सर्कुलेशन छाया हुआ है। ऐसी ही स्थिति दक्षिणी Tamilanadu में भी बनी हुई है। वहीं पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक नये वेस्टर्न डिस्टरबेंस दिखने की बात कही गई थी। यही वजह है कि देश के अधिकांश क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से कम दर्ज हो रहा है।
मौसम की ऐसी मेहरबानी मई के पहले हफ्ते तक देखी जा सकती है।