यूपी बोर्ड परीक्षा में गड़बड़ी के कारण बड़ी कार्यवाही यूपी बोर्ड सचिव के द्वारा की गई
यूपी बोर्ड परीक्षा में गड़बड़ी मिलने के बाद बोर्ड की तरफ से प्रयागराज के यमुनापार इलाके में तीन परीक्षा केंद्रों पर बड़ी कार्रवाई की गई। तीनों केंद्रों के स्टैटिक मजिस्ट्रेट को हटा दिया गया। इसके पीछे बड़ा कारण इन केंद्रों में स्ट्रांग रूम की चाभी केंद्र व्यवस्थापकों के पास मिली। जबकि निर्देश था कि यह चाभी स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पास रहेगी। ऐसे में शासनादेश का उल्लंघन को देखते हुए कार्रवाई हुई।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की शुक्रवार को इंटर अंग्रेजी विषय का पेपर था। ऐसे में परीक्षा केंद्रों पर विशेष सर्तकता बरतने के लिए निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी कई केंद्रों पर जांच के दौरान गड़बड़ी मिली। इसके बाद बोर्ड की तरफ से कार्रवाई करते हुए नैनी के केदारनाथ जायसवाल इंटर कालेज में सभी कक्ष निरीक्षकोंं को हटाने का निर्देश दिया गया है। बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि यहां के बाह्य केंद्र व्यवस्थापक पूर्व में उसी कालेज के शिक्षक रह चुके थे, जिस विद्यालय का सेंटर आया था। इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
शुक्रवार को दूसरी पाली में इंटर अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने के कारण बोर्ड के अधिकारी स्वयं कई केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंचे थे। प्रयागराज के यमुनापार इलाके में बोर्ड सचिव दिव्यकान्त शुक्ल को कुछ केंद्रों पर गड़बड़ी की सूचना मिली तो वह जांच के लिए पहुंच गए। नैनी के केदारनाथ जायसवाल इंटर कालेज परीक्षा केंद्र पर सचिव को स्टैटिक मजिस्ट्रेट उदासीनतापूर्ण ढंग से ड्यूटी करते मिले, यहां पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट बेसिक शिक्षा के हेड मास्टर को बनाया गया था।
केंद्र पर स्ट्रांग रूम की एक चाभी केंद्र व्यस्थापक के पास दिए हुए थे। इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है। सभी कक्ष निरीक्षक भी हटाए जाएंगे और केंद्र पर राजकीय इंटर कालेज के शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को दी जाएगी। सचिव दिव्यकान्त शुक्ल ने बताया कि सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सवित्त पोषित है केदारनाथ जायसवाल इंटर कालेज
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि जिस केदारनाथ जायसवाल इंटर कालेज में गड़बड़ी पकड़ी है वह सवित्त पोषित है। यहां पर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से सेंटिग करके बाह्य केंद्र व्यवस्थापक की डयूटी लगाई गई। इस परीक्षा केंद्र पर सरस्वती विद्या निकेतन कालेज का केंद्र बनाया गया था। खास बात यह है कि पिछले वर्षों में भी जहां इस कालेज का सेंटर जाता रहा है। बाह्य केंद्र व्यवस्थापक इसी शिक्षक को बनाया जाता रहा है। इस बार भी यही हुआ। इसकी सूचना सचिव दिव्यकान्त शुक्ल को मिली तो वह मौके पर पहुंच गए और शिकायत को सही पाया।
उन्होंने इस मामले में डीआइओएस कार्यालय की भूमिका को गंभीरता से लिया। इसके बाद बोर्ड सचिव और अपर सचिव क्षेत्रीय कार्यालय विभा मिश्रा जांच के लिए कमला स्मारक इंटर कॉलेज पहुंचे। जांच के दौरान पूर्व की रिकार्डिंग नहीं दिखाई गई। आपरेटर रिकार्डिंग नहीं दिखा सके। केंद्र व्यवस्थापक के पास स्ट्रांग रूम की चाभी मिली। यहां भी स्टैटिक मजिस्ट्रेट ,बाह्य केंद्र व्यस्थापक की भूमिका भी संदिग्ध दिखी। सचिव ने यहां भी सभी जिम्मेदार लोगों को हटाने की संस्तुति की है। केंद्र को काली सूची में डाला जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएंगी।